Saturday, March 28, 2020

Finally India got its Corona Dashboard


Finally India got its Corona Dashboard

No more spreading Rumors. This is the official website for CORONA updates. Updating every 4 hrs..

Keep This link for getting official Govt of India updates about CORONA virus situation in India..

No more relying on rumours!
Team Innovative Insurance Services


WHO Health Alert brings COVID-19 facts to billions via WhatsApp



Stay Home Stay Safe….
WHO Health Alert brings COVID-19 facts to billions via WhatsApp
Today, WHO is launching a messaging service with partners WhatsApp and Facebook to keep people safe from coronavirus.
This easy-to-use messaging service has the potential to reach 2 billion people and enables WHO to get information directly into the hands of the people that need it.
From government leaders to health workers and family and friends, this messaging service will provide the latest news and information on coronavirus including details on symptoms and how people can protect themselves and others. It also provides the latest situation reports and numbers in real time to help government decision-makers protect the health of their populations.
The service can be accessed through a link
that opens a conversation on WhatsApp. Users can simply type “hi” to activate the conversation, prompting a menu of options that can help answer their questions about COVID-19.
The WHO Health Alert was developed in collaboration with Praekelt.Org, using Turn machine learning technology.
Team Innovative Insurance Services

Tuesday, February 11, 2020

एल्युमीनियम के बर्तन में खाना बनाना जहर है?

घरों में एलुमिनियम के बर्तन होना आम बात है यहां तक की विश्व में भी ६०% लोग एलुमिनियम के ही बर्तन इस्तेमाल करते हैं। इसके मुख्य दो कारण है पहला तो ये सस्ता टिकाऊ होता है दूसरा ये हीट का अच्छा कंडक्टर होता है। उष्मा के सुचालक होते हैं।
परन्तु एलुमिनियम के बर्तन स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं बताए जाते हैं। जब एलुमिनियम के बर्तन में भोजन पकाया जाता है तो भोजन और पानी के साथ एलुमिनियम भी अवशोषित हो जाता है।
माना जाता है कि एक औसत मनुष्य में एक दिन में लगभग १० मिलीग्राम से ज्यादा एलुमिनियम चला जाता है। और मनुष्य का शरीर एक दिन में इतना एलुमिनियम शरीर से बहार निकालने में सक्षम नहीं है। जिससे एलुमिनियम खून में जाकर मिल जाता है और हमारे शरीर के अंदरूनी अंगों जैसे किडनी , लिवर और हड्डियों में जमा हो जाता है। जिससे कई तरह की बीमारियां घर कर लेती हैं।
एलुमिनियम एसिडिक पदार्थों से रियेक्ट करता है। भोजन पकाने के कुछ समय बाद गौर से देखने पर पाएंगें एलुमिनियम में बने भोजन का रंग कुछ बदल जाता है। इसलिए खट्टी चीजें जैसे टमाटर, चाय, और कॉफी एल्युमीनियम के बर्तनों में बिल्कुल नहीं बनानी चाहिए।
एलुमिनियम के बर्तन में पका खाना जब लम्बें समय तक खाया जाता है तो ये एक किस्म का धीमा जहर का काम करता है। इससे हाइपरएसिडिटी, पेप्टिक अल्सर, अपाचन, स्किन की परेशानियां, एग्जिमा और आंतों में सूजन इत्यादि तो देखीं गईं हैं। इसके इलावा हड्डियों की बीमारी ओस्टोप्रोसिस भी आम बात है।
घरों में पाए जाने वाले प्रेशर कुकर, कढ़ाई, फ्राइंग पैन और चाय बनाने के बर्तन अक्सर ही एलुमिनियम के होते है। एक दशक से अब कुछ लोगों में एलुमिनियम के बारे में जाग्रति देखने को मिली है। इसलिए बाजार में स्टील के कुकर और अन्य बर्तन बहुतायत से मिलने लगे हैं।
लकिन टेफलॉन की कोटिंग कर एलुमिनियम के नॉन स्टिक बर्तन अभी भी बाजार में उपलब्ध हैं। कहा जाता है कि टेफलॉन की कोटिंग एलुमिनियम को भोजन में मिलने से रोकने के लिए होती है। लेकिन समय के साथ जो कोटिंग है यह स्क्रैच होती रहती है और फिर से एलुमिनियम भोजन के साथ मिलने लगता है।
रिसर्च से पता चला है कि टेफलॉन कोटिंग वाले नॉन स्टिक बर्तन धीरे-धीरे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति को कम कर देते हैं और किडनी खराब होने का रिस्क बढ़ जाता है साथ ही साथ खून का कैंसर होने का रिस्क बढ़ जाता है।
एलुमिनियम की विशेषता है कि 30 से 40 साल तक अगर लगातार एलुमिनियम भोजन में घुलता रहे तो यह मस्तिष्क के विकास को रोक देता है जिससे धीरे-धीरे दिमाग की शक्ति शिथिल होने लगती हैऔर अलमाजर या भूलने का रोग का खतरा बढ़ जाता है। जिसका ट्रीटमेंट अभी संभव नहीं है।
बाजार में काफी खाद्य पदार्थ जैसे कोल्ड ड्रिंक्स, बियर, रसगुल्ले, पाइनएप्पल , बिन्स, बिलकुल छोटे बच्चों के डिब्बा बंद भोजन इत्यादि एलुमिनियम टीन में पैक होते हैं। और ये कई दिन पुराने होते हैं।
इसके इलावा टूथपेस्ट, सॉस इत्यादि एलुमिनियम टूयब में मिलते हैं।
चीज़, चॉकलेट और काफी तरह का सामान एलुमिनियम की थैलियों में पैक्ड मिलता है।
नोट करें कि ताजा संतरे, मौसमी, अंगूर और पाइनएप्पल का जूस शरीर से एलुमिनियम को निकालने में मदद करता है।
अब कुछ देशों में स्वास्थ्य को नजर रखते हुए एलुमिनियम के बर्तन पर पाबंदी हैं जैसे जर्मनी, फ्रांस ,बेल्जियम, ग्रेट ब्रिटैन, स्विट्ज़रलैंड , हंगरी , ऑस्ट्रिया और ब्राज़ील।
अभी शायद हमारा देश इस पाबन्दी के लिए तैयार नहीं है। किसी भी पाबन्दी से पहले उसके विकल्प बाजार में लाना जरूरी होता है। परन्तु आगे जाकर सरकार को कुछ कदम तो उठाने भी पड़ेंगें। अभी तो जागरूकता लाने की आवश्यकता है ताकि हम हमारे लेवल तक तो स्थिति को सुधार सकें और अपने व परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें।
courtesy Quora 

Friday, January 24, 2020

कई सौ अमूल्य ग्रंथों के PDF निःशुल्क, PDF of hundreds priceless books free download

यह e - Library है, इसमें कई सौ अमूल्य ग्रंथों के PDF हैं, ताकि यह ज्यादा से ज्यादा लोगों के काम आ सकें, देश - धर्म संबंधी अमूल्य पुस्तकें इन लिंक्स में संग्रहीत हैं, आप विषय देखकर लिंक खोलें तो बहुत सी पुस्तकें मिलेंगी, सभी पुस्तकें आप निःशुल्क download कर सकते हैं, इन लिंक्स की किताबें दो साल में अलग अलग स्त्रोतों से इकट्ठी की गईं हैं, अपनी पसंद की किताबें पढ़ें ।

Aadi Shankaracharya - आद्य शंकराचार्य :-

Sri Aurobindo - श्री अरविंदो :-

Swami Dayananda - स्वामी दयानंद :-

Swami Vivekanand - स्वामी विवेकानन्द :-

Swami Shivanand - स्वामी शिवानंद :-

Swami Ramteerth - स्वामी रामतीर्थ :-

Sitaram Goel - सीताराम गोयल :-

Veer Savarkar - वीर सावरकर :-

P.N.Oak - पी.एन. ओक :-

हिन्दू, राष्ट्र:-

Basic Hinduism -

Hindutva and India :-

Islam Postmortem - इस्लाम की जांच पड़ताल :-

Christianity Postmortem - बाइबिल पर पैनी दृष्टि :-

Autobiography - आत्मकथाएं :-

धर्म एवं आध्यात्म -

यज्ञ Yajna -

Brahmcharya - ब्रह्मचर्य :-

Yog - योग :-

Upanishad - उपनिषद  :-

Geeta - श्रीमद्भगवद्गीता :-

Manusmriti - मनुस्मृति :-

Valmeeki and Kamba Ramayan - वाल्मीकि व कम्ब रामायण :-

Puran - पुराण :-

Books on Vedas - वेदों पर किताबें :-

Maharshi Dayananda - महर्षि दयानंद :-


-------------Complete commentaries on Veda - सम्पूर्ण वेद भाष्य --------

RigVeda - ऋग्वेद सम्पूर्ण -

YajurVeda - यजुर्वेद सम्पूर्ण -

SamaVeda - सामवेद सम्पूर्ण -

AtharvaVeda - अथर्ववेद सम्पूर्ण -



इन्हीं वेदों को पढ़कर पुराने जमाने में भारत के ॠषि मुनि विज्ञान के चमत्कार करा करते थे। जब अरब, यूरोप के लोग अनपढ़ होते थे तब भारत में नव ग्रह पूजे जाते थे।

इन्हीं वेदों को भाषांतरित करके यूरोप के लोगों ने पिछले 100-150 वर्ष में विज्ञान के नए नए आविष्कार करे।

आप भी पढ़ो व लाभान्वित हों।

Wednesday, October 16, 2019

7 दशक बाद करवा चौथ पर पत्नी संग नजर आएंगे चांद, जानें महत्व

17 अक्टूबर गुरुवार को महिलाएं सुहाग का व्रत करवा चौथ रखेंगी। यह करवा चौथ सभी व्रतियों के लिए शुभ संयोग लेकर आया है। लेकिन जिन लोगों के लिए पहला करवा चौथ है उनके लिए सोने पर सुहागा वाली बात हो गई है। इस बार चंद्रमा व्रतियों के लिए गुडलक लेकर आ रहे हैं। इसकी खास वजह यह है कि 70 साल बाद करवा चौथ की शाम चंद्रमा शुभ नक्षत्र में उदित होने जा रहा है। यह सभी व्रतियों के लिए अच्छा है लेकिन जिनका पहला करवा चौथ है उनके लिए सौगात की तरह है क्योंकि ऐसा दुर्लभ संयोग पहले व्रत में ही प्राप्त हो गया है।

1 रोहिणी नक्षत्र में चंद्र दर्शन का फल
करवा चौथ का व्रत हर वर्ष कार्तिक महीने में कृष्ण पक्ष में चतुर्थी तिथि को किया जाता है। इसे संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं, यानी संकटों को दूर करने वाली चतुर्थी। इस वर्ष करवा चौथ के दिन चांद रोहणी नक्षत्र में उदित होंगे। रोहिणी नक्षत्र चंद्रमा की सबसे प्रिय पत्नी है। इसलिए जब चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में होते हैं तो अत्यंत शुभ फलदायी होते हैं।

2 करवा चौथ पर नक्षत्रों का शुभ संयोग
चौथ के दिन दोपहर 3 बजकर 23 मिनट पर कृतिका नक्षत्र समाप्त हो रहा है और रोहिणी नक्षत्र आरंभ हो रहा है। इन दोनों नक्षत्रों के साथ करवा चौथ का व्रत बहुत ही शुभ फलदायी है। रोहिणी नक्षत्र के साथ चंद्रमा का संयोग होने से नवविवाहितों के दांपत्य जीवन में प्रेम और गृहस्थी के सुख को बढ़ाने में चंद्रमा सहायक होंगे

3 करवा चौथ पर बनने वाले अन्य संयोग
बार करवा चौथ के दिन चंद्रमा वृष राशि में होंगे। इस राशि के स्वामी शुक्र हैं जिन्हें ज्योतिषशास्त्र में प्रेम संबंध का कारक माना गया है। शुक्र के घर में चंद्रमा का होना विवाहित लोगों और प्रेमियों के लिए शुभ फलदायी है। इस दिन व्रत पूजन से रिश्ते में प्रेम और उत्साह में वृद्धि होगी। इस दिन चंद्रमा और मां पार्वती की पूजा से आर्थिक परेशानियों की वजह से परिवार में चल रही परेशानियों से निकलने का रास्ता भी माता दिखाएंगी। सुख समृद्धि का मार्ग खुलेगा।

4 कम समय के लिए सर्वार्थ सिद्धि योग
इस बार करवा चौथ के दिन सर्वार्थ सिद्धि नामक शुभ योग सुबह सूर्योदय के समय तक रहेगा। ऐसे में सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान पूजन और व्रत का संकल्प लेना शुभ फलदायी रहेगा।

5 करवा चौथ व्रत खोलने का समय
करवा चौथ पर अक्सर चांद दर्शन देने में देर कर देते हैं। व्रतियों को चांद के दर्शन का इंतजार रहता है तो चांद भी उस दिन व्रतियों के सब्र का इम्तिहान लेते हैं। इस बार दिल्ली में रहने वाले व्रतियों को चांद रात 08 बजकर 19 मिनट पर दर्शन देंगे। इस समय चांद का दर्शन छननी से करने के बाद व्रत रखने वाली महिलाएं व्रत खोल सकती हैं।

 https://navbharattimes.indiatimes.com/astro/photo/moon-will-be-seen-with-wife-on-karva-chauth-after-7-decades-know-the-importance-68029/

Tuesday, October 8, 2019

अब आसान हुआ वाहनों का इंश्योरेंस रिन्यू कराना

अब आसान हुआ वाहनों का इंश्योरेंस रिन्यू कराना

नवभारत टाइम्स | Updated: 06 Oct 2019, 11:08 AM

अब वाहनों का इंश्योरेंस रिन्यू कराना आसान हो गया। नए मोटर वीइकल कानून के लागू होने के बाद इंश्योरेंस रिन्यू न कराना आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।

हाइलाइट्स:

वाहन इंश्योरेंस रिन्यू कराना अब पहले की अपेक्षा आसान हुआ, नए मोटर वीइकल ऐक्ट के लागू होने के बाद बढ़ गई है पेनल्टी की रकम, अगर आपने बीमा रिन्यू नहीं कराया तो लग सकता है बड़ा झटका, अब थर्ड-पार्टी लायबिलिटी कवर अनिवार्य और पहली बार इसके बगैर पकड़े जाने पर 2,000 रुपये का जुर्माना !!!

अक्सर इंश्योरेंस को रिन्यू करवाना हम भूल जाते हैं और बिना वैलिड इंश्योरेंस पेपर के गाड़ी चलाते रहते हैं। ऐसा करना अब आपको महंगा पड़ सकता है। वैसे भी अब इंश्योरेंस रिन्यू करवाना आसान हो गया है तो बेहतर यही है कि आप समय से उसे रिन्यू करवा लें। नए मोटर वीइकल्स ऐक्ट के तहत भारी जुर्माने की वजह से अब आप गाड़ी के इंश्योरेंस को इग्नोर नहीं कर सकते। अब थर्ड-पार्टी लायबिलिटी कवर अनिवार्य है और पहली बार इसके बगैर पकड़े जाने पर 2,000 रुपये का जुर्माना लगता है। यही गलती दोहराने पर 4,000 रुपये चुकाने पड़ते हैं। बेशक कई दोपहिया गाड़ियों के मामले में जुर्माने के मुकाबले प्रीमियम की रकम कम है। ऐसे में समझदारी तो यही है कि आप इंश्योरेंस जरूर करवा लें। आसान है रिन्यू करवाना

1. अब थर्ड-पार्टी लायबिलिटी कॉम्पोनेंट को रिन्यू करवाना आसान हो गया है। इस तरह के मामले में कोई जांच-पड़ताल नहीं होती है और पॉलिसी तत्काल जारी कर दी जाती है।

2. लैप्स या ब्रेक-इन, कॉम्प्रिहेंसिव कवर के डैमेज एलिमेंट को रिन्यू करवाने की प्रक्रिया थोड़ी लंबी होती है। अब इसे भी आसान बना दिया गया है।

3. पहले पॉलिसी के लिए इंश्योरेंस कंपनियों के एजेंट ग्राहक के पास जाकर गाड़ियों की जांच करते थे। इसमें काफी वक्त लगता था। लेकिन अब कई बीमाकंपनियां 90 दिनों से अधिक का ब्रेक न होने पर गाड़ी की जांच की जरूरत नहीं समझतीं और यह प्रक्रिया आसानी से निपट जाती है।

4. पॉलिसी लैप्स होने के 90 दिनों के भीतर रिन्यू करने से एक और फायदा होता है कि आप टोटल नो-क्लेम बोनस (NCB) के हकदार होते हैं। ब्रेक जितना लंबा होगा, प्रीमियम अधिक देना होगा।

5. कुछ बीमा कंपनियां जीरो डेप्रिसिएशन कवर या इंजन प्रोटेक्ट कवर जैसे उपयोगी ऐड-ऑन को उन गाड़ियों तक नहीं बढ़ाती हैं, जो लंबी अवधि तक बगैर कवर के होते हैं।

6. कुछ बीमा कंपनियां सेल्फ-इंसेप्शन मॉडल पर भी काम करती है। इनका इंश्योरेंस लेने वाले ग्राहक बीमा कंपनियों के आधिकारिक ऐप या लिंक के माध्यम से जांच के लिए अपनी गाड़ी की विडियो अपलोड करते हैं।

सावधानी है जरूरी

1. इंश्योरेंस की शर्तों को हमेशा सावधानी से पढ़ें। छोटी-से-छोटी बातों का भी स्पष्टीकरण पूछें।

2. अगर आपकी गाड़ी में चार से अधिक डेंट हैं तो पॉलिसी प्रपोजल रिजेक्ट भी हो सकता है। इसी तरह से, एक बड़े डेंट या विंडशील्ड में एक क्रैक से भी पॉलिसी जारी किए जाने की संभावना घट सकती है।

3. इंस्पेक्शन के वक्त अगर पहले से कोई डैमेज गाड़ी में होता है तो उसे नई पॉलिसी में कवर नहीं किया जाता। इसलिए पॉलिसी खरीदते वक्त गाड़ी के पिक्चर या विडियो के जरिये उसकी कंडिशन का रेकॉर्ड रखना चाहिए।

4. एक बार पॉलिसी इश्यू होने पर शर्तें कमोबेश रेग्युलर पॉलिसी जैसी होती हैं।

5. यह जरूर देखिए कि पॉलिसी किस तारीख से लागू हो रही है। इसमें देरी होने पर आपका नुकसान हो सकता है।

6. ब्रेक-इन के मामले में थर्ड पार्टी कवर पॉलिसी T+1 या T+3 आधार पर (ट्रांजैक्शन के एक या तीन दिन बाद) लागू होती है। ऐसा इसलिए किया जाता है कि ताकि कोई हादसे के बाद पॉलिसी न खरीद ले। इंश्योरेंस कंपनी के लिए यह फायदेमंद हो सकता है, लेकिन आपका नुकसान।

7. किसी भी परेशानी से बचने के लिए लैप्स होने की गलती न दोहराएं। इससे न सिर्फ ऊंची पेनल्टी देनी पड़ती है, बल्कि किसी को नुकसान होता है तो मुआवजे पर भी असर पड़ सकता है।

किसी भी इंश्योरेंस के लिए संपर्क करें:-
Innovative Insurance Services
Ph. 9350860023
www.igindia.co.in
naveen@igindia.co.in



Tuesday, September 3, 2019

आत्मज्ञान

आत्मज्ञान

एक था भिखारी ! रेल सफ़र में भीख़ माँगने के दौरान एक सूट बूट पहने सेठ जी उसे दिखे।

उसने सोचा कि यह व्यक्ति बहुत अमीर लगता है, इससे भीख़ माँगने पर यह मुझे जरूर अच्छे पैसे देगा। वह उस सेठ से भीख़ माँगने लगा।
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भिख़ारी को देखकर उस सेठ ने कहा, “तुम हमेशा मांगते ही हो, क्या कभी किसी को कुछ देते भी हो ?"
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भिख़ारी बोला, “साहब मैं तो भिख़ारी हूँ, हमेशा लोगों से मांगता ही रहता हूँ, मेरी इतनी औकात कहाँ कि किसी को कुछ दे सकूँ ?"
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सेठ:- "जब किसी को कुछ दे नहीं सकते तो तुम्हें मांगने का भी कोई हक़ नहीं है। मैं एक व्यापारी हूँ और लेन-देन में ही विश्वास करता हूँ, अगर तुम्हारे पास मुझे कुछ देने को हो तभी मैं तुम्हे बदले में कुछ दे सकता हूँ।"
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तभी वह स्टेशन आ गया जहाँ पर उस सेठ को उतरना था, वह ट्रेन से उतरा और चला गया।
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इधर भिख़ारी सेठ की कही गई बात के बारे में सोचने लगा। सेठ के द्वारा कही गयीं बात उस भिख़ारी के दिल में उतर गई।

वह सोचने लगा कि शायद मुझे भीख में अधिक पैसा इसीलिए नहीं मिलता क्योकि मैं उसके बदले में किसी को कुछ दे नहीं पाता हूँ।

लेकिन मैं तो भिखारी हूँ, किसी को कुछ देने लायक भी नहीं हूँ। लेकिन कब तक मैं लोगों को बिना कुछ दिए केवल मांगता ही रहूँगा।

बहुत सोचने के बाद भिख़ारी ने निर्णय किया कि जो भी व्यक्ति उसे भीख देगा तो उसके बदले मे वह भी उस व्यक्ति को कुछ जरूर देगा।

लेकिन अब उसके दिमाग में यह प्रश्न चल रहा था कि वह खुद भिख़ारी है तो भीख के बदले में वह दूसरों को क्या दे सकता है ?

इस बात को सोचते हुए दिनभर गुजरा लेकिन उसे अपने प्रश्न का कोई उत्तर नहीं मिला।

दुसरे दिन जब वह स्टेशन के पास बैठा हुआ था तभी उसकी नजर कुछ फूलों पर पड़ी जो स्टेशन के आस-पास के पौधों पर खिल रहे थे, उसने सोचा, क्यों न मैं लोगों को भीख़ के बदले कुछ फूल दे दिया करूँ।

उसको अपना यह विचार अच्छा लगा और उसने वहां से कुछ फूल तोड़ लिए। वह ट्रेन में भीख मांगने पहुंचा।

जब भी कोई उसे भीख देता तो उसके बदले में वह भीख देने वाले को कुछ फूल दे देता। उन फूलों को लोग खुश होकर अपने पास रख लेते थे।

अब भिख़ारी रोज फूल तोड़ता और भीख के बदले में उन फूलों को लोगों में बांट देता था।

कुछ ही दिनों में उसने महसूस किया कि अब उसे बहुत अधिक लोग भीख देने लगे हैं। वह स्टेशन के पास के सभी फूलों को तोड़ लाता था। जब तक उसके पास फूल रहते थे तब तक उसे बहुत से लोग भीख देते थे।

लेकिन जब फूल बांटते बांटते ख़त्म हो जाते तो उसे भीख भी नहीं मिलती थी,अब रोज ऐसा ही चलता रहा ।

एक दिन जब वह भीख मांग रहा था तो उसने देखा कि वही सेठ ट्रेन में बैठे है जिसकी वजह से उसे भीख के बदले फूल देने की प्रेरणा मिली थी।

वह तुरंत उस व्यक्ति के पास पहुंच गया और भीख मांगते हुए बोला, "आज मेरे पास आपको देने के लिए कुछ फूल हैं, आप मुझे भीख दीजिये बदले में मैं आपको कुछ फूल दूंगा।"
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सेठ ने उसे भीख के रूप में कुछ पैसे दे दिए और भिख़ारी ने कुछ फूल उसे दे दिए। उस सेठ को यह बात बहुत पसंद आयी।
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सेठ:- "वाह क्या बात है..? आज तुम भी मेरी तरह एक व्यापारी बन गए हो" इतना कहकर फूल लेकर वह सेठ स्टेशन पर उतर गया।

लेकिन उस सेठ द्वारा कही गई बात एक बार फिर से उस भिख़ारी के दिल में उतर गई। वह बार-बार उस सेठ के द्वारा कही गई बात के बारे में सोचने लगा और बहुत खुश होने लगा।
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उसकी आँखे अब चमकने लगीं, उसे लगने लगा कि अब उसके हाथ सफलता की वह चाबी लग गई है जिसके द्वारा वह अपने जीवन को बदल सकता है।

वह तुरंत ट्रेन से नीचे उतरा और उत्साहित होकर बहुत तेज आवाज में ऊपर आसमान की ओर देखकर बोला, “मैं भिखारी नहीं हूँ, मैं तो एक व्यापारी हूँ.. मैं भी उस सेठ जैसा बन सकता हूँ.. मैं भी अमीर बन सकता हूँ !

लोगों ने उसे देखा तो सोचा कि शायद यह भिख़ारी पागल हो गया है, अगले दिन से वह भिख़ारी उस स्टेशन पर फिर कभी नहीं दिखा

एक वर्ष बाद इसी स्टेशन पर दो व्यक्ति सूट बूट पहने हुए यात्रा कर रहे थे। दोनों ने एक दूसरे को देखा तो उनमे से एक ने दूसरे को हाथ जोड़कर प्रणाम किया और कहा,
“क्या आपने मुझे पहचाना ?”
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सेठ:- “नहीं तो ! शायद हम लोग पहली बार मिल रहे हैं।"
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भिखारी:- "सेठ जी.. आप याद कीजिए, हम पहली बार नहीं बल्कि तीसरी बार मिल रहे हैं"।
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सेठ:- "मुझे याद नहीं आ रहा, वैसे हम पहले दो बार कब मिले थे ?"
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अब पहला व्यक्ति मुस्कुराया और बोला: हम पहले भी दो बार इसी ट्रेन में मिले थे मैं वही भिख़ारी हूँ जिसको आपने पहली मुलाकात में बताया कि मुझे जीवन में क्या करना चाहिए और दूसरी मुलाकात में बताया कि मैं वास्तव में कौन हूँ।

नतीजा यह निकला कि आज मैं फूलों का एक बहुत बड़ा व्यापारी हूँ और इसी व्यापार के काम से दूसरे शहर जा रहा हूँ।

आपने मुझे पहली मुलाकात में प्रकृति का नियम बताया था... जिसके अनुसार हमें तभी कुछ मिलता है, जब हम कुछ देते हैं।

लेन देन का यह नियम वास्तव में काम करता है, मैंने यह बहुत अच्छी तरह महसूस किया है, लेकिन मैं खुद को हमेशा भिख़ारी ही समझता रहा, इससे ऊपर उठकर मैंने कभी सोचा ही नहीं था और.. जब आपसे मेरी दूसरी मुलाकात हुई तब आपने मुझे बताया कि मैं एक व्यापारी बन चुका हूँ। अब मैं समझ चुका था कि मैं वास्तव में एक भिखारी नहीं बल्कि व्यापारी बन चुका हूँ।

भारतीय मनीषियों ने संभवतः इसीलिए स्वयं को जानने पर सबसे अधिक जोर दिया और फिर कहा - सोऽहं शिवोहम !! समझ की ही तो बात है...
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भिखारी ने स्वयं को जब तक भिखारी समझा, वह भिखारी रहा। उसने स्वयं को व्यापारी मान लिया, व्यापारी बन गया।
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इसी प्रकार जिस दिन हम समझ लेंगे कि मैं तो वही हूँ,  फिर जानने समझने को रह ही क्या जाएगा ?

जय श्री राम
सदैव प्रसन्न रहिये
जो प्राप्त है-पर्याप्त है
आपका आज का दिन शुभ हो

Friday, August 30, 2019

Simply outstanding thought!!!

Simply outstanding thought!!! 

This message may change one's attitude !

Do read it  !!

1. Name the 5 wealthiest people in the world.

2. Name the last 5 winners of the  Miss  Universe.

3. Name the last 10 people who won the Nobel Prize for Physics. 

How did you do?
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The point is, none of us remembers the headlines of yesterday !!

Even though these people must be the best in their fields !!

Applause dies !!

Awards are tarnished and 
achievements
are forgotten .....!!

Here's another quiz:

Let's see how this goes: 

1. Name 5 Teachers who added your journey through school.

2. Name 5 friends who helped you through  difficult times.

3. Name 5 people who taught you something worthwhile.

4. Name 5 people who make you feel special.

5. Name 5 People you enjoy spending time with.
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Easier.....right?⧫

The people who make a difference in your life are NOT the ones with prestigeous awards and loads of money !!

Life is full of ordinary people who have made the world a better place for you !!

Cherish them !!

Hold Them Tight !!

Perhaps sometimes it's 'Special' to be 'Ordinary' !!!


Wednesday, August 28, 2019

Fainted in the bathroom

Fainted in the bathroom

We always hear people who have a stroke after a fall in the bath. Why have we not heard of falling elsewhere? When I took part in a healthy lifestyle course, a National Sports Council professor who also participated in the course advised that you should not wash your hair before taking a bath, and you should clean other parts of your body first. This is because when the head is wet and cold, blood will flow to the head to warm. If the blood vessels narrow, it is likely to cause the blood vessels to rupture. Since it usually happens in the bathroom, be sure to raise your awareness to avoid this happening again.

1. Let the wet start from the sole of the foot.

2. Small legs.

3. The thigh.

4. Abdomen.

5. Shoulder.

6. Pause for 5-10 seconds.

👉 We will feel like steam/wind overflowing from the body, and then take a shower as usual.

✅ Wisdom: Just like a glass filled with hot water, then fill it with cold water. What happened?
The glass will burst ⚡!!!

🚿 If our body... what broke?
Our body temperature is very hot and the water is very cold, so if we shower the body or the head directly, the wind should be trapped or dead because the blood vessels are broken.

Oh, this is why we often see people suddenly falling over the bathroom. Due to the wrong bathing method, we may have a stroke or cause a migraine.

🚿This bathing method is suitable for all ages, especially those with diabetes, high blood pressure, cholesterol and migraine/headache

Don't be knowledgeable, please share it...

Tuesday, August 27, 2019

Japanese surprising research


Japanese surprising research...

1. Acidity not only caused by diet errors, but more dominated because of stress.

2. Hypertension not only caused by too much consumption of salty foods, but mainly because of errors in managing emotions.

3. Cholesterol is not only caused by fatty foods, but the excessive laziness or sedentary lifestyle is more responsible.

4. Asthma not only because of the disruption of oxygen supply to lungs, but often sad feelings make lungs unstable.

5. Diabetes not only because of too much consumption of glucose, but selfish & stubborn attitude disrupts the function of the pancreas.

6. Kidney stones : .Not only Calcium Oxalate deposits, but pent up emotions and hatred

7. Spondylitis : not only L4-L5 or cervical disorder; but over burdened or too much worries about future

If we want to be healthy then first 
1) Fix your Mind
2) Do regular Exercises, 
2) Move around, 
3) Do Meditation
4) Laugh and make others laugh too.
5) Make Friends

These activities will help you to strengthen your soul, mind and body...

Be Healthy And Enjoy Your Life. 

Remember we get one life so live it to its fullest...

Keep smiling, stay blessed