Saturday, March 28, 2020

Finally India got its Corona Dashboard


Finally India got its Corona Dashboard

No more spreading Rumors. This is the official website for CORONA updates. Updating every 4 hrs..

Keep This link for getting official Govt of India updates about CORONA virus situation in India..

No more relying on rumours!
Team Innovative Insurance Services


WHO Health Alert brings COVID-19 facts to billions via WhatsApp



Stay Home Stay Safe….
WHO Health Alert brings COVID-19 facts to billions via WhatsApp
Today, WHO is launching a messaging service with partners WhatsApp and Facebook to keep people safe from coronavirus.
This easy-to-use messaging service has the potential to reach 2 billion people and enables WHO to get information directly into the hands of the people that need it.
From government leaders to health workers and family and friends, this messaging service will provide the latest news and information on coronavirus including details on symptoms and how people can protect themselves and others. It also provides the latest situation reports and numbers in real time to help government decision-makers protect the health of their populations.
The service can be accessed through a link
that opens a conversation on WhatsApp. Users can simply type “hi” to activate the conversation, prompting a menu of options that can help answer their questions about COVID-19.
The WHO Health Alert was developed in collaboration with Praekelt.Org, using Turn machine learning technology.
Team Innovative Insurance Services

Tuesday, February 11, 2020

एल्युमीनियम के बर्तन में खाना बनाना जहर है?

घरों में एलुमिनियम के बर्तन होना आम बात है यहां तक की विश्व में भी ६०% लोग एलुमिनियम के ही बर्तन इस्तेमाल करते हैं। इसके मुख्य दो कारण है पहला तो ये सस्ता टिकाऊ होता है दूसरा ये हीट का अच्छा कंडक्टर होता है। उष्मा के सुचालक होते हैं।
परन्तु एलुमिनियम के बर्तन स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं बताए जाते हैं। जब एलुमिनियम के बर्तन में भोजन पकाया जाता है तो भोजन और पानी के साथ एलुमिनियम भी अवशोषित हो जाता है।
माना जाता है कि एक औसत मनुष्य में एक दिन में लगभग १० मिलीग्राम से ज्यादा एलुमिनियम चला जाता है। और मनुष्य का शरीर एक दिन में इतना एलुमिनियम शरीर से बहार निकालने में सक्षम नहीं है। जिससे एलुमिनियम खून में जाकर मिल जाता है और हमारे शरीर के अंदरूनी अंगों जैसे किडनी , लिवर और हड्डियों में जमा हो जाता है। जिससे कई तरह की बीमारियां घर कर लेती हैं।
एलुमिनियम एसिडिक पदार्थों से रियेक्ट करता है। भोजन पकाने के कुछ समय बाद गौर से देखने पर पाएंगें एलुमिनियम में बने भोजन का रंग कुछ बदल जाता है। इसलिए खट्टी चीजें जैसे टमाटर, चाय, और कॉफी एल्युमीनियम के बर्तनों में बिल्कुल नहीं बनानी चाहिए।
एलुमिनियम के बर्तन में पका खाना जब लम्बें समय तक खाया जाता है तो ये एक किस्म का धीमा जहर का काम करता है। इससे हाइपरएसिडिटी, पेप्टिक अल्सर, अपाचन, स्किन की परेशानियां, एग्जिमा और आंतों में सूजन इत्यादि तो देखीं गईं हैं। इसके इलावा हड्डियों की बीमारी ओस्टोप्रोसिस भी आम बात है।
घरों में पाए जाने वाले प्रेशर कुकर, कढ़ाई, फ्राइंग पैन और चाय बनाने के बर्तन अक्सर ही एलुमिनियम के होते है। एक दशक से अब कुछ लोगों में एलुमिनियम के बारे में जाग्रति देखने को मिली है। इसलिए बाजार में स्टील के कुकर और अन्य बर्तन बहुतायत से मिलने लगे हैं।
लकिन टेफलॉन की कोटिंग कर एलुमिनियम के नॉन स्टिक बर्तन अभी भी बाजार में उपलब्ध हैं। कहा जाता है कि टेफलॉन की कोटिंग एलुमिनियम को भोजन में मिलने से रोकने के लिए होती है। लेकिन समय के साथ जो कोटिंग है यह स्क्रैच होती रहती है और फिर से एलुमिनियम भोजन के साथ मिलने लगता है।
रिसर्च से पता चला है कि टेफलॉन कोटिंग वाले नॉन स्टिक बर्तन धीरे-धीरे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति को कम कर देते हैं और किडनी खराब होने का रिस्क बढ़ जाता है साथ ही साथ खून का कैंसर होने का रिस्क बढ़ जाता है।
एलुमिनियम की विशेषता है कि 30 से 40 साल तक अगर लगातार एलुमिनियम भोजन में घुलता रहे तो यह मस्तिष्क के विकास को रोक देता है जिससे धीरे-धीरे दिमाग की शक्ति शिथिल होने लगती हैऔर अलमाजर या भूलने का रोग का खतरा बढ़ जाता है। जिसका ट्रीटमेंट अभी संभव नहीं है।
बाजार में काफी खाद्य पदार्थ जैसे कोल्ड ड्रिंक्स, बियर, रसगुल्ले, पाइनएप्पल , बिन्स, बिलकुल छोटे बच्चों के डिब्बा बंद भोजन इत्यादि एलुमिनियम टीन में पैक होते हैं। और ये कई दिन पुराने होते हैं।
इसके इलावा टूथपेस्ट, सॉस इत्यादि एलुमिनियम टूयब में मिलते हैं।
चीज़, चॉकलेट और काफी तरह का सामान एलुमिनियम की थैलियों में पैक्ड मिलता है।
नोट करें कि ताजा संतरे, मौसमी, अंगूर और पाइनएप्पल का जूस शरीर से एलुमिनियम को निकालने में मदद करता है।
अब कुछ देशों में स्वास्थ्य को नजर रखते हुए एलुमिनियम के बर्तन पर पाबंदी हैं जैसे जर्मनी, फ्रांस ,बेल्जियम, ग्रेट ब्रिटैन, स्विट्ज़रलैंड , हंगरी , ऑस्ट्रिया और ब्राज़ील।
अभी शायद हमारा देश इस पाबन्दी के लिए तैयार नहीं है। किसी भी पाबन्दी से पहले उसके विकल्प बाजार में लाना जरूरी होता है। परन्तु आगे जाकर सरकार को कुछ कदम तो उठाने भी पड़ेंगें। अभी तो जागरूकता लाने की आवश्यकता है ताकि हम हमारे लेवल तक तो स्थिति को सुधार सकें और अपने व परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें।
courtesy Quora 

Friday, January 24, 2020

कई सौ अमूल्य ग्रंथों के PDF निःशुल्क, PDF of hundreds priceless books free download

यह e - Library है, इसमें कई सौ अमूल्य ग्रंथों के PDF हैं, ताकि यह ज्यादा से ज्यादा लोगों के काम आ सकें, देश - धर्म संबंधी अमूल्य पुस्तकें इन लिंक्स में संग्रहीत हैं, आप विषय देखकर लिंक खोलें तो बहुत सी पुस्तकें मिलेंगी, सभी पुस्तकें आप निःशुल्क download कर सकते हैं, इन लिंक्स की किताबें दो साल में अलग अलग स्त्रोतों से इकट्ठी की गईं हैं, अपनी पसंद की किताबें पढ़ें ।

Aadi Shankaracharya - आद्य शंकराचार्य :-

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Swami Dayananda - स्वामी दयानंद :-

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Swami Shivanand - स्वामी शिवानंद :-

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Sitaram Goel - सीताराम गोयल :-

Veer Savarkar - वीर सावरकर :-

P.N.Oak - पी.एन. ओक :-

हिन्दू, राष्ट्र:-

Basic Hinduism -

Hindutva and India :-

Islam Postmortem - इस्लाम की जांच पड़ताल :-

Christianity Postmortem - बाइबिल पर पैनी दृष्टि :-

Autobiography - आत्मकथाएं :-

धर्म एवं आध्यात्म -

यज्ञ Yajna -

Brahmcharya - ब्रह्मचर्य :-

Yog - योग :-

Upanishad - उपनिषद  :-

Geeta - श्रीमद्भगवद्गीता :-

Manusmriti - मनुस्मृति :-

Valmeeki and Kamba Ramayan - वाल्मीकि व कम्ब रामायण :-

Puran - पुराण :-

Books on Vedas - वेदों पर किताबें :-

Maharshi Dayananda - महर्षि दयानंद :-


-------------Complete commentaries on Veda - सम्पूर्ण वेद भाष्य --------

RigVeda - ऋग्वेद सम्पूर्ण -

YajurVeda - यजुर्वेद सम्पूर्ण -

SamaVeda - सामवेद सम्पूर्ण -

AtharvaVeda - अथर्ववेद सम्पूर्ण -



इन्हीं वेदों को पढ़कर पुराने जमाने में भारत के ॠषि मुनि विज्ञान के चमत्कार करा करते थे। जब अरब, यूरोप के लोग अनपढ़ होते थे तब भारत में नव ग्रह पूजे जाते थे।

इन्हीं वेदों को भाषांतरित करके यूरोप के लोगों ने पिछले 100-150 वर्ष में विज्ञान के नए नए आविष्कार करे।

आप भी पढ़ो व लाभान्वित हों।